ज्योति सोशल फाउंडेशन द्वारा संचालित कुटुम्ब "वरिष्ठजनों का घर"
श्रीमती सिंह ने बताया की थामो उनका हाथ जिन्हें जरूरत है हमारी आज इस सोच के साथ इस उद्देश्य को लेकर अभी हमने भोपाल से सुरुआत की है|
हमारे भोपाल की संस्कृति विश्व में एक अलग पहचान रखती है और माता-पिता को एक विशेष दर्जा दिया गया है लेकिन इस बार भाषा संस्कृति और बदलते सामाजिक आर्थिक मूल्यों से परिवारिक जीवन बिखराव के कगार पर आ गया है ऐसे वातावरण में माता-पिता का बुढ़ापा निराकर और अकेलापन एहसास के साथ जीवन जीने को बाध्य और मजबूर है लेकिन यह बुजुर्ग हमारे परिवार और समाज कब मजबूत स्तंभ है ऐसे समय में जब समाज के वृद्ध जनों के प्रति बढ़ रहे ऐसा मानता पूर्ण व्यवहार और दुर्दशा से प्रभावित होकर हमने ये कदम उठाया है, ये जरुरी नहीं है कि जो किसी कारण बेसहारा या बे घर हो गए है वो कुटुम्ब में आएं, जिनके घर है परिवार उनके बच्चे बाहर नौकरिया पर है वो अकेलेपन से जूझ रहे हैं ऐसे बुजुर्ग माता या पिता या दोनों ही के लिये कुटुम्ब द्वारा पारिवारिक माहौल देने कि हमने सुरुआत की है|
वरिष्ठ नागरिक संस्था के अध्यक्ष कैप्टन चौवे ने बताया कि इस संस्था को समाज के और अन्य लोगों के दान सेवा का मुख्य आर्थिक स्त्रोत है बताया गया कि सामाजिक सहयोग के अभाव में संस्थाओं अपना कार्य सुचारू रूप से चलाने में असमर्थ है,
संस्था उन लोगों को हमेशा ऋणी रहेगी जिन्हें "कुटुम्ब" आश्रम के निराश्रित और बेसहारा लोगों के सहायता को अपने जीवन का सबसे महत्वपूर्ण अंग बनायेंगे|
भगत सिंह संस्था के संचालक कल्याण सिंह द्वारा बताया गया.कि "कुटुम्ब"को दान देकर आप अपने नाम को सार्थक भी बना सकते हैं और इन्हें खुशियां भी दे सकते हैं..संपादक Rdx ने बताया कि संस्था (कुटुम्ब )अच्छा काम कर रही है हम सबको मिलकर साथ देना चाहिए|
कुटुम्ब आश्रम कुटुम्ब के प्रबंध संचालक अजय कुमार ने बताया कि वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के अध्यक्ष कैप्टन चौबे अध्यक्ष ओंकार बर्मा सचिव, डॉक्टर मिश्रा उपाध्यक्ष, के सी लाल सह सचिव, और गोलस कोषाध्यक्ष, सभी पदाधिकारियों की विशेष रूप उपस्थित रही..
श्रीमती सिंह ने बताया की थामो उनका हाथ जिन्हें जरूरत है हमारी आज इस सोच के साथ इस उद्देश्य को लेकर अभी हमने भोपाल से सुरुआत की है|